> कड़वे करेले के 44 गुणकारी फायदे - Bitter Gourd 44 Uses in hindi

कड़वे करेले के 44 गुणकारी फायदे - Bitter Gourd 44 Uses in hindi

 कड़वे करेले के 44 गुणकारी फायदे 

Bitter Gourd 44 Uses in hindi 


करेला गर्मी और बरसात के महीनों में होता है। करेला लगभग पूरे भारत में उगाया जाता है। इसकी बेल (लता) को करेली और फल को करेला कहा जाता है। करेले के फूल पीले रंग के होते हैं और फल हरे रंग के होते हैं। 

कड़वे करेले के 44 गुणकारी फायदे   Bitter Gourd 44 Uses in hindi
Health benefits of bitter gourd


करेले दो प्रकार के होते हैं- बड़ा करेला और छोटा करेला। करेले की खेती की जाती है। सब्जी के रूप में लम्बे करेले का प्रयोग अधिक किया जाता है। जंगली करेले की बेल अपने आप उगती है और झाड़ियों पर फैल जाती है और इसमें गोल-गोल फल लगते हैं जिसे बाड़ करेला कहते हैं। इसकी भी सब्जी बनाकर खाई जाती है। लम्बे करेले के अपेक्षा बाड़ करेला अधिक कडुवा होता है। सब्जी बनाते समय करेले को छिलके को छीलकर उतार देते हैं। करेले की कड़वाहट कम करने के लिए सब्जी में नमक,नींबू,मसाले आदि मिलाए जाते हैं।


1 - करेले का अधिक सेवन करना हानिकारक होता है। यदि करेले का अधिक सेवन करने से किसी प्रकार की कोई परेशानी हो तो चावल व घी खाएं।


2 - लकवा से पीड़ित रोगी को करेले की सब्जी बनाकर खिलाना फायदेमंद होता है।


3 - करेले का रस निकालकर तेल में मिलाकर पीने से हैजा रोग ठीक होता है।


4 - करेले के 20 ग्राम रस में शहद मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से पथरी गल जाती है और पेशाब के रास्ते निकल जाती है।


5- 1कप पानी में 25 ग्राम करेले का रस मिलाकर प्रतिदिन पीने से प्लीहा का बढ़ना कम होता है।


6 - करेले का रस निकालकर दर्द वाले स्थान पर लगाएं। इससे गठिया की सूजन व दर्द कम होता है। करेले के रस में राई का तेल मिलाकर मालिश करने से भी दर्द में आराम मिलता है।


7 -करेले की कड़वाहट दूर किए बिना ही सब्जी बनाकर खाने से खून साफ होता है।


8 - लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग करेले के रस को मट्ठे के साथ दिन में 1 से 2 बार पीने से भूख बढ़ती है।


9 - वातरक्त के रोगी के लिए करेले की सब्जी बनाकर प्रतिदिन खानी चाहिए।


10 - ठंड लगने से उत्पन्न बुखार को दूर करने के लिए करेले के 10 से 15 मिलीलीटर रस में जीरे का चूर्ण मिलाकर दिन में 3 बार पिलाएं। इससे ठंड लगने से होने वाला बुखार ठीक होता है।


11 - दमा या सांस रोग से पीड़ि़त व्यक्ति को करेले की सब्जी खानी चाहिए। इससे दमा रोग में लाभ मिलता है।


12 - करेले का रस सेवन करने से गर्भ नहीं ठहरता।


13 - मुंह के छालों को ठीक करने के लिए करेले का रस निकालकर पिसी हुई फिटकरी डालकर हल्का गर्म करके कुल्ला करें। इससे दिन में 2 बार कुल्ला करने से छाले ठीक होते हैं।


14 - करेले को पानी में घोटकर 250 से 500 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से पेशाब में खून का आना बंद होता है। रोगी को गरिष्ठ व गर्म खाना नहीं खाना चाहिए।


15 - खूनी बवासीर में खून आने पर एक चम्मच करेले का रस चीनी में मिलाकर खाने से लाभ होता है। इसका प्रयोग प्रतिदिन सुबह-शाम 30 दिन तक करने से बवासीर ठीक होती है।


16 - करेले के बीजों को सुखाकर महीन पाउडर बना लें और इस पाउडर में थोड़ा सा शहद व सिरका मिलाकर मलहम बना लें। इस मलहम को लगातार 20 दिनों तक मस्सों पर लगाने से मस्से सूखकर झड़ जाते हैं।


17 - करेले के पत्तों के रस में सोंठ,कालमिर्च व पीपल का चूर्ण मिलाकर दिन में 3 बार सेवन करने से मासिकधर्म सम्बंधी परेशानी दूर होती है और मासिकधर्म नियमित होता है।


18 - करेले के 2 चम्मच रस में चीनी मिलाकर सेवन करने से मासिकधर्म नियमित होता है।


19 - करेले के भर्त्ते में सेंधानमक मिलाकर भोजन के साथ खाने से अम्लपित्त (खट्टी डकारें)दूर होती है।


20 - आधा चम्मच करेले का रस 3 से 6 वर्ष के बच्चे को प्रतिदिन देने से जिगर का बढ़ना ठीक होता है।


21 - यकृत बढ़ने पर 50 ग्राम करेले का रस पानी में मिलाकर पिलाने से लाभ होता है।


22 - करेला के 20 ग्राम रस में थोड़ा शहद मिलाकर पीने से दस्त आकर जलोदर साफ होता है।


23 - करेले के पत्तों का रस 10 से 15 मिलीलीटर की मात्रा में शहद के साथ मिलाकर जलोदर रोग से पीड़ित रोगी को पीना चाहिए। इससे पेट में पानी भरना रोग ठीक होता है।


24 - ताजे करेले का 20-25 ग्राम रस निकालकर थोड़ा-सा नमक मिलाकर नाश्ता करने के बाद सेवन करने से मधुमेह रोग ठीक होता है।


25 - 10ग्राम करेले का रस और 6 ग्राम तुलसी के पत्तों का रस एक साथ मिलाकर प्रतिदिन सुबह पीने से मधुमेह में लाभ होता है।


26 - 15 ग्राम करेले के रस को100 ग्राम पानी के साथ मिलाकर दिन में 3 बार लगभग 3 महीने तक पीने से मधुमेह रोग ठीक होता है।


27 - 250 ग्राम करेले को आधा किलो पानी में उबालें। जब यह उबलते-उबलते एक चौथाई बच जाए तो इसे छान कर पीएं। इससे मधुमेह में लाभ होता है।


28 - करेले की सब्जी बनाकर प्रतिदिन खाने से शीत पित्तरोग में लाभ होता है। इसके पत्ते को पीसकर लेप करने से भी रोग ठीक होता है।


29 - करेले का रस और 1 नींबू का रस मिलाकर सुबह सेवन करने से शरीर की चर्बी कम होती है और मोटापा कम होता है।


30 - करेला के पत्तों का रस गर्म पानी के साथ पीने से पेट के कीड़े समाप्त होते हैं।


31 - करेले की सब्जी बनाकर 7 दिनों तक खाने से बुखार,पित्त की खराबी,बच्चों को हरे-पीले दस्त,बवासीर,पेट के कीड़े एवं पेशाब की बीमारी आदि दूर होती है।


32 - एक चम्मच करेले का रस,आधा चम्मच नीम का रस और बायविडंग का चूर्ण मिलाकर पीने से पेट के कीड़े समाप्तहोते हैं।


33 - करेले की जड़ को बारीक पीसकर योनि पर लेप करने से अन्दर धंसी हुई योनि बाहर निकल आती है।


34 - एलर्जी के रोग में करेले का रस और जरा सा नमक मिलाकर सेवन करना चाहिए और एलर्जी वाले स्थान पर करेले का रस लगाना चाहिए।


35 - करेले के पत्तों का रस और हल्दी का चूर्ण मिलाकर पीने से खसरा और मसूरिका रोग ठीक होता है।


36 - करेले के एक चम्मच रस में चुटकी भर कुटकी पीसकर मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करने से पीलिया का रोग ठीक होता है।


37 - करेले के 15 ग्राम रस को 250 ग्राम पानी में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से पीलिया रोग में काफी लाभ मिलता है।


38 - दाद,खाज,खुजली होने पर करेले का रस लगाना लाभकारी होता है।


39 - त्वचा रोग में कड़वे करेले की सब्जी बनाकर खाना चाहिए और इसके पत्तों को पीसकर रोगग्रस्त स्थान पर लेप करना चाहिए।


40 - फोड़े-फुंसियों पर थोड़े दिन तक करेले का रस लगाने से फुंसिया सूख जाती है।


41 - रोगी को करेले के पत्तों का रस एक चम्मच प्रतिदिन पिलाने से खसरे का रोग ठीक होता है।


42 - चौथाई कप करेले के रस में एक चम्मच खाने वाला मीठा सोड़ा मिलाकर दिन में 2 से 3 बार घमौरियों पर लेप करने से घमौरियां ठीक होती है।


43 - करेला या करेले के पत्तों के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से जिगर का रोग ठीक होता है।


44 - करेले के पत्तों का रस निकालकर पैरों पर मालिश करने से पैरों की जलन दूर होती है।

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